Saturday, December 6
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अभिनव कार्यप्रणाली के क्रियान्वयन से केन्द्र व राज्य सरकारों की स्कीमों का लाभ वास्तविक लाभार्थियों को मिलेगा- अनिल विज

चण्डीगढ, 6 अगस्त- हरियाणा के श्रम मंत्री श्री अनिल विज ने कहा है कि ‘‘मैं श्रम विभाग की कार्य व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन करने के साथ-साथ पारदर्शिता अपनाते हुए श्रमिकों के उत्थान के लिए अभिनव कार्यप्रणालियों को लागू करना चाहता हूं ताकि केन्द्र व राज्य सरकारों की स्कीमों का लाभ वास्तविक लाभार्थियों को मिल सके’’। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुविधा के लिए श्रम विभाग द्वारा जल्द ही खण्ड स्तर पर हैल्प डैस्क स्थापित किए जाएंगें।

श्री विज आज चंडीगढ़ में श्रम विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर श्रम विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव रंजन भी उपस्थित थे।

श्रम मंत्री श्री विज ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा जल्द ही खण्ड स्तर पर हैल्प डैस्क स्थापित किए जाएंगें, जहां पर श्रमिक अपना पंजीकरण करवा सकेंगें और केन्द्र व राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सकेंगें।

श्री विज ने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि श्रमिकों के उत्थान के लिए किसी न किसी प्रकार से उनकी कार्य क्षमता को अपग्रेड करने हेतू कैपसूल/शार्ट कोर्स संचालित किए जाने चाहिए ताकि श्रमिकों का उत्थान हो सकें और श्रमिक अपने क्षेत्र में बेहतर कर सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि श्रमिकों के उत्थान के लिए तीन महीने से छः महीने के बीच के शार्ट कोर्स होने चाहिए ताकि श्रमिकों को उनकी आजीविका कमाने में भी दिक्कत नहीं आनी चाहिए। इन शार्ट कोर्सिज का सर्टिफिकेशन भी होना चाहिए’’।  

श्री विज ने कहा कि ‘‘वे चाहते हैं कि श्रमिकों का कौशल विकास होना चाहिए ताकि श्रमिकों का भी जीवन स्तर ऊपर उठ सकें। श्री विज ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का विजन है कि वर्ष 2047 तक हिन्दूस्तान को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में लाना है और इसके लिए श्रमिकों का कौशल विकास होना अति आवश्यक है क्योंकि राष्ट्र निर्माण में श्रमिकों का अहम योगदान रहता है’’।

श्रम मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि उनका मानना है कि राज्य के प्रत्येक उद्योग क्षेत्र में कुशल श्रमिक होने चाहिए ताकि देश का विकास तेजी हो सकें। उन्होंने कहा कि आज तकनीक का दौर है और किसी भी क्षेत्र में तकनीक के बल पर आगे बढा जा सकता है इसलिए श्रमिकों के लिए उत्थान के लिए तकनीकी कोर्स उपलब्ध होने चाहिए।