Monday, November 17
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राजा वड़िंग का अफीम-भुक्की वाला बयान ‘कमजोर मानसिकता’ की निशानी, एक नशे का बदल दूसरा नशा नहीं हो सकता: नील गर्ग

चंडीगढ़, 28 अक्टूबर: आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग ने कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग द्वारा नशों के विकल्प के तौर पर अफीम या भुक्की की खेती की वकालत करने वाले बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे कांग्रेस की ‘कमजोर मानसिकता’ की निशानी करार दिया है।

एक बयान में नील गर्ग ने कहा कि एक नशे का बदल कभी भी दूसरा नशा नहीं हो सकता। राजा वड़िंग का यह बयान कांग्रेस की उसी पुरानी मानसिकता का सबूत है, जिस कारण वह पंजाब में से नशों को खत्म करने में बुरी तरह नाकाम रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को उसका इतिहास याद दिलाते हुए कहा कि 2017 में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पवित्र गुटका साहिब की कसम उठाकर चार हफ्तों में नशे खत्म करने का वादा किया था, लेकिन पांच साल सरकार चलाने के बावजूद वह अपना वादा पूरा नहीं कर सके। ‘आप’ प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा, “क्योंकि कांग्रेस खुद नशे खत्म नहीं कर सकी, इसलिए अब राजा वड़िंग जैसे नेताओं को लगता है कि नशा खत्म ही नहीं हो सकता।”

नील गर्ग ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली ‘आप’ सरकार की नशों के खिलाफ जारी जंग की प्रशंसा करते हुए कहा कि मान सरकार ने नशों के खिलाफ एक योजनाबद्ध तरीके से ‘युद्ध’ छेड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ सरकार तीन मोर्चों पर एक ही समय काम कर रही है। पहला, सरकार ने नशा तस्करों पर शिकंजा कसते हुए नशों की सप्लाई चेन को लगभग पूरी तरह तोड़ दिया है।

दूसरे मोर्चे पर, सरकार नशों की ‘फ्यूचर डिमांड’ (भविष्य की मांग) को खत्म करने के लिए काम कर रही है। इसके तहत पंचायतों, क्लबों, स्कूलों और कॉलेजों के सहयोग से बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान और सेमिनार करवाए जा रहे हैं, जिसमें लोगों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।

तीसरे मोर्चे के बारे में बात करते हुए गर्ग ने कहा कि सरकार ने राज्य भर में नशा छुड़ाऊ केंद्रों को अपग्रेड किया है, ताकि जो नौजवान नशों के आदी हो चुके हैं, उनका सही इलाज करके उन्हें नशे की दलदल में से निकाला जा सके और दोबारा खेलों, रोजगार, शिक्षा और अच्छी सेहत की ओर मोड़कर मुख्य धारा में शामिल किया जा सके।

नील गर्ग ने दावा किया कि जब सरकार इन तीनों मोर्चों पर ईमानदारी से काम करती है तो नशे यकीनन खत्म होते हैं, और पंजाब में यह अब दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब का इतिहास इस बात का गवाह है कि अकाली दल और कांग्रेस की सरकारों के समय पंजाब में नशों के दरिया बहने शुरू हुए थे, लेकिन इन्हें खत्म करने का ऐतिहासिक काम मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार कर रही है।