
कर्नल अमनप्रीत सिंह गिल – एक अद्वितीय व्यक्तित्व
पंजाब का शूरवीर खिलाड़ी सिपाहीपंजाब की मिट्टी ने हमेशा ही शूरवीर और योद्धा पैदा किए हैं, लेकिन जब कोई सिपाही युद्ध के मैदान से खेल के मैदान तक अपनी काबिलियत का लोहा मनवाए, तो उसका व्यक्तित्व अद्वितीय बन जाता है। मोगा जिले के मद्दोके गांव से निकला कर्नल अमनप्रीत सिंह गिल आज सिर्फ अपने परिवार या फौज का ही नहीं, बल्कि सारे पंजाब का गर्व है।अनोखा जोश और समर्पण46 साल की उम्र में भी कर्नल गिल का जोश और हौसला नौजवानों को मात दे देता है। हाल ही में ड्रैगन बोट रेसिंग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप में जीता गया सिल्वर मेडल इस बात का प्रमाण है कि सच्चा खिलाड़ी कभी रिटायर नहीं होता। आर्टिलरी रेजिमेंट के इस सिपाही ने अपने करियर में न सिर्फ मिशन ओलंपिक की अगुवाई की, बल्कि भारतीय फौज में पहली बार महिला खिलाड़ियों की भर्ती भी करवाई।नारी शक्ति का प्रबल समर्थककर्नल गिल की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उन्होंने जसमीन ...